यूपीआई यूजर्स के लिए एक बड़ी खबर सामने आ रही है जी हाँ 1 फरवरी 2025 से यूपीआई ट्रांजेक्शन को लेकर एक नया नियम बदलने जा रहा है, जहाँ आज के समय में पूरे देश भर में लोग डिजिटल माध्यम से पेमेंट करते हैं और यूपीआई (UPI) का उपयोग सबसे ज्यादा किया जा रहा है तो अभी से ही सुरक्षित बनाने के लिए नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) और बीसीसीआई ने एक बड़ा नियम बदलने का फैसला लिया है.
आपको बता दें कि एक सर्कुलर जारी किया गया था और जिसमें यूजर्स के लिए एक नियम जारी किया गया था लेकिन अब एनपीसीआई द्वारा इस नियम को आम लोगों के लिए भी जारी कर दिया गया है. लोग अधिकतर डिजिटल पेमेंट का ऑप्शन ही चुन रहे हैं, लेकिन आज से कोई भी यूपीआई ट्रांजेक्शन आईडी में स्पेशल कैरेक्टर का उपयोग नहीं कर पाएगा लेकिन अगर कोई स्पेशल कैरेक्टर का उपयोग करता है तो ऐसा करने से उसका पेमेंट बंद हो जाएगा. अगर कोई भी ऐप स्पेशल कैरेक्टर वाले ट्रांजैक्शन आईडी जेनरेट करता है या करने की कोशिश करता है तो सेंट्रल सर्वर द्वारा उस पेमेंट को रिजेक्ट किया जा सकता है.
83% की हुई यूपीआई की हिस्सेदारी
आज से पहले के यूपीआई ट्रांजैक्शन आईडी में चार से लेकर 35 कैरेक्टर का यूज़ किया जा सकता था, लेकिन अब एनपीसीआइ की तरफ से यूपीआई ट्रांजैक्शन आईडी को 35 कैरेक्टर का कर दिया गया है, क्योंकि इस समय पूरे देश में यूपीआई का उपयोग सबसे ज्यादा किया जा रहा है. आरबीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2019 में डिजिटल पेमेंट में यूपीआई की लगभग 35% की हिस्सेदारी थी लेकिन अब 2025 में इसमें काफी ज्यादा ग्रोथ आ गई है.
ये हिस्सेदारी लगभग तीन गुना ज्यादा हो गई है जी हाँ अब डिजिटल पेमेंट में यूपीआई की हिस्सेदारी लगभग 83% की हो गई है इसके अलावा बाकी का 17% एनईएफटी, आइएमपीएस, आरटीजीएस और क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड के माध्यम से की जाती है तो 2019 से लेकर 2025 तक डिजिटल पेमेंट में यूपीआई की हिस्सेदारी में काफी ग्रोथ देखा जा सकता है.
यूपीआई का कौन सा नियम बदलेगा?
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया की तरफ से यूपीआई को लेकर नया नियम बनाया गया है जी हाँ ये नया नियम ट्रांजैक्शन आईडी जेनरेट करने की प्रक्रिया को और अधिक सुरक्षित बनाने के लिए जारी किया गया है, इस नियम के शुरू होने से यूपीआई के माध्यम से जो भी डिजिटल पेमेंट किए जाते हैं उसकी सुरक्षा और अधिक हो जाएगी. सभी कंपनियों द्वारा किये जाने वाले डिजिटल ट्रांजैक्शन आईडी में सिर्फ अल्फा न्यूमेरिक कैरेक्टर्स का उपयोग करने के आदेश दिए गए हैं.
लेकिन अगर कोई भी कंपनी इन निर्देशों का उल्लंघन करती है तो वह पेमेंट प्रोसेस को नहीं कर पायेगी. वैसे तो इस नियम को पहले भी जारी किया गया था, लेकिन बीते साल मार्च महीने में एनपीसीआई की तरफ से ट्रांजैक्शन आईडी को 35 कैरेक्टर तक सीमित करने की बात भी रखी गई थी, जो कि अब पूर्णता शुरू होगी और ये नियम मुख्यता डिजिटल पेमेंट को और सुरक्षित रखने के लिए जारी किया गया है.