MPPSC SSE Exam 2025: मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा आज 16 फरवरी 2025 को आयोजित की गई है और ये परीक्षा भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन समेत दो अन्य जिलों में आयोजित गई है. ये परीक्षा दो शिफ्टों में होगी पहली शिफ्ट सुबह 10:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक होगी, वहीं दूसरी शिफ्ट दोपहर 2:15 से शाम 4:15 तक होगी.
एमपीपीएससी एसएसई एग्जाम 2025 में 1 लाख 18 हजार उम्मीदवार शामिल होंगे. 342 केंद्रों में दो सत्र में पेपर आयोजित किए गए हैं, इसमें भोपाल में 50 और इंदौर में 72 सरकारी निजी कॉलेज व स्कूलों में केंद्र बनाए गए हैं. प्रारंभिक परीक्षा में सभी प्रश्न बहुविकल्पीय होंगे और इसमें कुल दो पेपर होंगे प्रत्येक में 100 प्रश्न होंगे और प्रत्येक प्रश्न दो अंक का होगा. इस तरह से परीक्षा कुल 200 नंबरों की होगी. पेपर का समय 2 घंटे का होगा.
MPPSC SSE Exam: इस परीक्षा के द्वारा 158 पदों पर होंगी भर्तियां
एमपीपीएससी पीसीएस परीक्षा 2025 के द्वारा 158 पदों पर भर्तियां की जाएंगी जिसमें उप पुलिस अधीक्षक के 22 पद, एसडीएम के 10 पद, अतिरिक्त सहायक विकास आयुक्त के 10 पद, वित्त विभाग के 14 पद, सहकारी निरीक्षक के 07 पद और बाल विकास परियोजना के 65 पद शामिल हैं.
इस भर्ती के लिए चयन प्रक्रिया प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा, इंटरव्यू, फिजिकल टेस्ट और मेडिकल टेस्ट के आधार पर होगी जो उम्मीदवार प्रारंभिक परीक्षा पास कर लेंगे उन्हें मुख्य परीक्षा में बैठने का अवसर दिया जाएगा, दोनों परीक्षाओं को पास करने वाले उम्मीदवारों को आगे चरणों के लिए शॉर्टलिस्ट किया जाएगा.
उम्मीदवार रखें इन बातों का ध्यान, जरूरी दिशानिर्देश
- बिना ऐडमिट कार्ड के परीक्षा केंद्र पर प्रवेश की अनुमति नहीं होगी, इसलिए उम्मीदवार अपना ऐडमिट कार्ड परीक्षा केंद्र पर लेकर आवश्यक जाये.
- ऐडमिट कार्ड के साथ वेरिफिकेशन के लिए एक वैलिड आइडी प्रूफ भी लेकर जाएं, जिसमें आधार कार्ड ड्राइविंग लाइसेंस या कोई सरकारी आईडी हो सकती है.
- अगर किसी उम्मीदवार का ऐडमिट कार्ड डाउनलोड करने में कोई समस्या आ रही है तो तुरंत अधिकारिक वेबसाइट पर जाकर शिकायत दर्ज करें.
- परीक्षा हॉल में मोबाइल फ़ोन, कैलकुलेटर, पेजर, स्मार्ट गाडी या कोई भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस ले जाने की अनुमति नहीं है इसलिए ये सभी चीजें परीक्षा हॉल के बाहर ही रख दें अगर किसी उम्मीदवार के पास ऐसी चीज़े मिलती है तो उसे परीक्षा केंद्र से बाहर कर दिया जाएगा.
- परीक्षा व्यवस्था के बेहतर संचालन के लिए सेनानिवृत्त आईएएस, आईएफएस पूर्व न्यायाधीश समेत 22 ऑब्जर्वर बनाए गए हैं, वहीं केंद्र पर निरीक्षण के लिए उड़नदस्ते भी बनाए गए हैं.