Aadhar Kaushal Scholarship: आधार कौशल स्कॉलरशिप एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसका उद्देश्य विकलांग छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करना है। इस योजना के तहत, पात्र छात्रों को ₹10,000 से ₹50,000 तक की छात्रवृत्ति दी जाती है, जिससे वे अपनी शैक्षणिक आवश्यकताओं को पूरा कर सकें। इसलिए आज के आर्टिकल में हम आपको आधार कौशल स्कॉलरशिप के बारे में पूरी जानकारी आपको प्रदान करेंगे चलिए जानते हैं-
Contents
Aadhar Kaushal Scholarship : मुख्य विशेषताएँ:
- आर्थिक सहायता: विकलांग छात्रों को उनकी शैक्षणिक आवश्यकताओं के लिए वित्तीय मदद।
- राशि: ₹10,000 से ₹50,000 तक की छात्रवृत्ति।
- लाभार्थी: स्नातक या व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में अध्ययनरत विकलांग छात्र।
Aadhar Kaushal Scholarship पात्रता मानदंड:
इस स्कॉलरशिप के तहत आवेदन करने की योग्यता निम्नलिखित प्रकार की निर्धारित की गई है जिस विषय में नीचे विवरण देंगे
- राष्ट्रीयता: आवेदक भारत का निवासी होना चाहिए।
- शारीरिक स्थिति: आवेदक शारीरिक रूप से विकलांग होना चाहिए।
- शैक्षणिक योग्यता: आवेदक किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से स्नातक या व्यावसायिक पाठ्यक्रम में अध्ययनरत हो और पिछली परीक्षा में कम से कम 60% अंक प्राप्त किए हों।
- आय सीमा: परिवार की वार्षिक आय ₹3,00,000 से कम होनी चाहिए।
- अन्य छात्रवृत्ति: आवेदक किसी अन्य छात्रवृत्ति का लाभार्थी नहीं
Aadhar Kaushal Scholarship आवश्यक दस्तावेज़.
- आधार कार्ड
- विकलांगता प्रमाणपत्र
- कक्षा 12वीं की अंकतालिका
- आय प्रमाणपत्र
- निवास प्रमाणपत्र
- पाठ्यक्रम शुल्क की रसीद
- पासपोर्ट साइज फोटो
- बैंक खाता विवरण
Aadhar Kaushal Scholarship आवेदन प्रक्रिया
- पंजीकरण: आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं और ‘रजिस्टर’ पर क्लिक करके अपना खाता बनाएं।
- लॉगिन: पंजीकरण के बाद, अपने क्रेडेंशियल्स का उपयोग करके लॉगिन करें।
- आवेदन फॉर्म भरें: व्यक्तिगत, शैक्षणिक और आय संबंधी जानकारी दर्ज करें।
- दस्तावेज़ अपलोड करें: आवश्यक दस्तावेज़ स्कैन करके अपलोड करें।
- सबमिशन: सभी जानकारी की पुष्टि करने के बाद, फॉर्म सबमिट करें।
Aadhar Kaushal Scholarship संपर्क जानकारी
- फोन: 011-430-92248 (Ext- 342) (सोमवार से शुक्रवार – सुबह 10:00 बजे से शाम 06:00 बजे तक)
आधार कौशल स्कॉलरशिप 2024 विकलांग छात्रों के लिए उच्च शिक्षा के मार्ग को सुगम बनाने में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे वे आत्मनिर्भर और सशक्त बन सकें।