UP Agrees Yojana: उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा राज्य में किसानों के लिए UP Agrees Yojana जल्द ही शुरू की जाएगी इससे संबंधित जानकारी सरकार के द्वारा जारी कर दिया गया हैं। जिसके अंतर्गत राज्य के 40% जिले जहां पर भूमि उपजाऊ होने के बाद भी फसलों का उत्पादन कम हो रहा हैं। उनके भूमि को उपजाऊ बनाने के लिए सरकार के द्वारा नई तकनीकी और वैज्ञानिक पद्धति का इस्तेमाल किया जाएगा। इसके लिए राज्य में उत्तर प्रदेश से एग्री योजना शुरू की गई है इसका मुख्य फोकस राज्य के 40% ऐसे जिले जहां पर मिट्टी उपजाऊ होने के बाद भी फसल पैदावार कम हैं। उनके फसलों को उत्पादन को बढ़ाया जाएगा और इस योजना को 28 जनवरी को राज्य में लागू किया जाएगा इसके विषय में आर्टिकल में हम आपको जानकारी देंगे
इन्हें मिलेगा लाभ
- परियोजना क्षेत्र के सभी कृषक।
- कृषक उत्पादक समूह व कृषि उत्पादक संगठन एवं अन्य।
- पट्टाधारक मत्स्य पालक व मत्स्यजीवी सहकारी समितियां।
- तालाब के मत्स्य पालक व अन्य।
- कृषि व मत्स्य उद्यमी, महिला उद्यमी समूह।
- कुशल व अकुशल कृषि श्रमिक।
- कृषि क्षेत्र से जुड़े इंटरप्रेन्योर व निर्यातक।
कब शुरू की जाएगी?
उत्तर प्रदेश एग्री योजना 28 जनवरी को राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा राज्य में शुरू की जाएगी। यूपी एग्रीस पर योगी सरकार पिछले छह महीनों से कार्य कर रही है। अक्टूबर में कैबिनेट ने इसके प्रस्ताव को मंजूरी दी थी। इसके बाद दिल्ली में विश्व बैंक व केंद्र के अधिकारियों के सामने यूपी के अफसरों ने पूरी कार्ययोजना रखी, जहां सैंद्धांतिक सहमति बनी। पिछले मंगलवार को मुख्य सचिव व विश्व बैंक के अधिकारियों ने परियोजनाओं का एमओयू साइन किया।
UP AGREES Yojana का प्रमुख उद्देश्य
उत्तर प्रदेश एग्री योजना का प्रमुख मकसद राज्य के 40% से ऐसे क्षेत्र जहां पर मिट्टी उपजाऊ होने के बाद ही फसल की पैदावार नहीं पड़ रही हैं। ऐसे में उन सभी जिलों को सरकार के द्वारा विशेष से प्राथमिकता दी जाएगी और वहां पर फसल उत्पादन को कैसे बढ़ाया जाए उससे संबंधित नहीं तकनीकी और अन्वेषण किए जाएंगे ताकि वहां पर भी फसलों के उत्पादन को बढ़ाया जा सकें। इस योजना के द्वारा किसानों के आय में भी वृद्धि होगी। ताकि अधिक फसल पैदावार कर किसान अधिक पैसे कमा सकते हैं’ क्योंकि सरकार किसानों के लिए बाजार के भी अवसर उपलब्ध करवाएगी ताकि उनको अपना फसल बेचने में मदद मिल सकें।
UP agrees Yojana इन जिलों में लागू होगी
- बुंदेलखंड : झांसी, जालौन, ललितपुर, बांदा, हमीरपुर, चित्रकूट व महोबा।
- पूर्वांचल : मीरजापुर, भदोही, सोनभद्र, वाराणसी जौनपुर, गाजीपुर, चंदौली, आजमगढ़, बलिया, मऊ, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, महराजगंज, बस्ती, संतकबीर नगर, सिर्द्धाथनगर, गोंडा, बलरामपुर, बहराइच, श्रावस्ती
UP agrees Yojana इन्हें मिलेगा लाभ
- परियोजना क्षेत्र के सभी कृषक।
- कृषक उत्पादक समूह व कृषि उत्पादक संगठन एवं अन्य।
- पट्टाधारक मत्स्य पालक व मत्स्यजीवी सहकारी समितियां।
- तालाब के मत्स्य पालक व अन्य।
- कृषि व मत्स्य उद्यमी, महिला उद्यमी समूह।
- कुशल व अकुशल कृषि श्रमिक।
- कृषि क्षेत्र से जुड़े इंटरप्रेन्योर व निर्यातक।