Google ने प्ले स्टोर से हटाए 300 ऐप्स: Google से 300 से ज्यादा खतरनाक ऐप्स को हटा दिया है। इन ऐप्स पर आरोप था कि ये यूज़र्स के निजी डेटा को चोरी कर रहे थे और उन्हें थर्ड पार्टी को भेज रहे थे। इस कार्रवाई का मुख्य उद्देश्य यूज़र्स की सुरक्षा और उनकी प्राइवेसी को बनाए रखना है।
क्या था इन ऐप्स का मकसद?
इन खतरनाक ऐप्स को इस तरह से डिजाइन किया गया था कि ये देखने में बिल्कुल सामान्य और भरोसेमंद लगें – जैसे कि फोटो एडिटिंग टूल्स, गेम्स, वॉलपेपर ऐप्स, या फिर फोन क्लीनर। लेकिन इनका असली मकसद था यूज़र के फोन से संवेदनशील जानकारी चुराना – जैसे कि लोकेशन डेटा, कॉन्टैक्ट्स, कॉल हिस्ट्री, मैसेज, ब्राउज़िंग बिहेवियर और यहां तक कि बैंकिंग डिटेल्स भी।
इन ऐप्स में एक तरह का मैलवेयर या ट्रैकिंग कोड छुपा हुआ था, जो बैकग्राउंड में काम करते हुए डेटा को चुपचाप सर्वर पर भेज देता था। यूज़र्स को इस बात की भनक तक नहीं लगती थी कि उनका डेटा चोरी हो रहा है।
कैसे हुआ खुलासा?
साइबर सिक्योरिटी रिसर्चर्स ने इन ऐप्स की गहराई से जांच की और पाया कि ये ऐप्स न सिर्फ प्ले स्टोर की गाइडलाइन्स का उल्लंघन कर रहे थे, बल्कि लाखों यूज़र्स की प्राइवेसी भी खतरे में डाल रहे थे। इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद Google ने त्वरित एक्शन लिया और सभी संदिग्ध ऐप्स को हटा दिया।
किन देशों को बना रखा था निशाना?
इन ऐप्स का शिकार सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि अमेरिका, ब्रिटेन, ब्राज़ील, इंडोनेशिया, और कुछ यूरोपीय देश भी हो रहे थे। रिसर्च के मुताबिक, भारत में इन ऐप्स को करीब 10 मिलियन से ज्यादा बार डाउनलोड किया गया था।
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क्या आपने भी ऐसे ऐप्स डाउनलोड किए हैं?
अगर आपने हाल ही में कोई नया गेम, फोटो एडिटर, या फोन क्लीनिंग ऐप डाउनलोड किया है जो अनजान डेवलपर का है या फिर जिसकी रेटिंग अचानक बहुत बढ़ गई हो, तो सतर्क हो जाइए।
आप नीचे दिए गए संकेतों से ऐसे खतरनाक ऐप्स की पहचान कर सकते हैं:
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ऐप बहुत ज्यादा विज्ञापन दिखाता है
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ऐप अचानक बैकग्राउंड में काम करता है
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फोन की बैटरी जल्दी खत्म होने लगती है
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डाटा खपत बढ़ जाती है
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ऐप अनावश्यक परमिशन मांगता है
खुद को सुरक्षित कैसे रखें?
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हमेशा Google Play Protect को ऑन रखें
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सिर्फ भरोसेमंद डेवलपर्स के ऐप्स ही डाउनलोड करें
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ऐप की रेटिंग, रिव्यू और डाउनलोड्स की संख्या चेक करें
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किसी भी ऐप को सभी परमिशन न दें
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समय-समय पर ऐप्स की क्लीनिंग करें और जो इस्तेमाल में नहीं हैं उन्हें हटा दें।
निष्कर्ष
Google की ये कार्रवाई स्वागतयोग्य है, लेकिन यह हमें भी सतर्क रहने की चेतावनी देती है। तकनीक का इस्तेमाल तभी सुरक्षित है जब हम जागरूक रहें और अपने डेटा (Google removed 300 apps from Play Store) की सुरक्षा को प्राथमिकता दें। अब वक्त है कि हम ‘डाउनलोड’ बटन दबाने से पहले दो बार सोचें – कहीं वो ऐप आपका डेटा चुराने हो सकता है बच कर रही है।