UPI Pull Transation: भारत में डिजिटल पेमेंट का सबसे लोकप्रिय माध्यम UPI (Unified Payments Interface) बन चुका है। हर दिन करोड़ों लोग इसका इस्तेमाल करते हैं। लेकिन अब खबरें आ रही हैं कि सरकार या नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) जल्द ही UPI Pull Transaction को बंद कर सकती है। ऐसे में लोगों के मन में सवाल उठ रहा है – पुल ट्रांजैक्शन क्या होता है?, और इसके बंद होने का असर किस पर पड़ेगा?
UPI Pull Transaction क्या होता है?
UPI ट्रांजैक्शन दो प्रकार के होते हैं – Push और Pull।
Push Transaction: जब आप किसी को पैसे भेजते हैं, जैसे कि किसी दुकानदार को या दोस्त को, तो यह Push Transaction कहलाता है। इसमें आप खुद पैसा ट्रांसफर करते हैं।
Pull Transaction: इसमें दूसरा व्यक्ति या संस्था आपके अकाउंट से पैसे की रिक्वेस्ट भेजता है। आप उस रिक्वेस्ट को अप्रूव (approve) करते हैं, तब आपके अकाउंट से पैसा डेबिट होता है। उदाहरण के लिए, जब कोई ऐप या मर्चेंट आपके खाते से ऑटो डेबिट (UPI Pull Transation) के ज़रिए हर महीने पैसे काटता है (जैसे OTT सब्सक्रिप्शन, EMI आदि), तो वह Pull Transaction होता है।
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Pull Transaction सरकार क्यों बंद करना चाहती है?
Pull Transaction में कई बार फ्रॉड की संभावना बढ़ जाती है। कई बार यूजर्स बिना ध्यान दिए पेमेंट रिक्वेस्ट को अप्रूव कर देते हैं और उनके अकाउंट से पैसे कट जाते हैं। कुछ स्कैमर्स नकली (UPI Pull Transation) रिक्वेस्ट भेजकर लोगों को ठग लेते हैं।
सरकार और NPCI का मानना है कि UPI को और सुरक्षित बनाने के लिए Pull Transaction को बंद या सीमित करना ज़रूरी हो गया है।
किसके ऊपर इसका असर होगा?
ऑटो डेबिट सेवाएं: अगर Pull Transaction बंद होती है, तो Netflix, Amazon Prime, Insurance Premium, EMI जैसी सेवाओं पर असर पड़ेगा जो ऑटो डेबिट का उपयोग करती हैं। यूजर्स को हर बार मैन्युअली भुगतान करना पड़ सकता है।
बैंकिंग और फाइनेंस ऐप्स: कुछ डिजिटल लोन ऐप्स Pull Mechanism का इस्तेमाल करती हैं। उन पर भी असर पड़ेगा।
बिजनेस और मर्चेंट्स: जो व्यापारी अपने ग्राहकों से Pull के जरिए पेमेंट लेते हैं, उन्हें अब (UPI Pull Transation) नए सिस्टम अपनाने होंगे।
समाधान क्या हो सकता है?
सरकार पूरी तरह Pull Transaction को बंद नहीं करेगी, लेकिन यह संभव है कि सिर्फ भरोसेमंद मर्चेंट्स को ही इसकी अनुमति मिले, और यूजर्स को हर बार OTP या UPI पिन से अप्रूवल देना हो। इससे फ्रॉड के मामलों में गिरावट आएगी।
निष्कर्ष
UPI Pull Transaction एक उपयोगी फीचर है, लेकिन इसका गलत इस्तेमाल कई बार नुकसानदायक हो सकता है। सरकार इस फीचर को और सुरक्षित बनाने के लिए सख्त कदम उठा रही है। आम यूजर के लिए ये बदलाव (UPI Pull Transation) थोड़ा असुविधाजनक हो सकता है, लेकिन लंबे समय में इससे सुरक्षा और भरोसा दोनों बढ़ेगा।
अगर आप भी UPI का इस्तेमाल करते हैं, तो अगली बार कोई भी रिक्वेस्ट अप्रूव करने से पहले ध्यान से जांचें – और सुरक्षित ट्रांजैक्शन करें।